Tuesday, 15 March 2016

Message on behalf of terrorism by prakash chand thapliyal

कौन कहता है कि आतंकवाद का कोई धर्म नही होता......

वाह रे खुदा,तेरी इस जेहादी खुदाई को मेरा सलाम !
आतंकवाद के धर्म ,इस्लाम को मेरा सलाम !!

तेरी जन्नत की राह पे चलता हुआ,वो अपना सब कुर्बान कर गया !
किस मिट्टी का बना था वो दिल,जो मासूमो पे गोली चलाते वक्त भी अल्लाह हुअकबर कह गया !!

वाह रे खुदा के नेक बंदे...
मजहब के नाम पे जो तुमने नरसंहार किया,उस समय प्रकृति भी हुई थी दंडित !
सब कुछ जो सह गया ,उसका नाम था कश्मीरी पंडित !!

मदरसो मे कुरान की आयाते पढ़ाकर ,यही सीख उन्हें सिखलाई थी !
मजहब पूछकर फिर उन्होंनो ,मासूमो पे गोलिया चलाई थी !!

जो बीत गया वो याद है, दुःख से भरी वो कहानी है !
आज जो हिन्दू चुप रहा,उसकी रगो मे पानी है !!

आओ सारे हिन्दुओ मिलकर एक हो जाओ, अब केसरिया परचम लहराना है !
हर शिला पे राष्ट्र की,राम नाम लिखवाना है !!

मैं सारे रामभक्त हिन्दू भाइयो और बहनो का आवाहन करता हूँ आओ मिलकर एक हो जाओ......

जब परिवार पे कोई आँच आती है तो सारे घरवाले मिलकर मुसीबत का सामना करते है!
ठीक उसी प्रकार आज देश पे आतंकवाद का साया है आओ मिलकर इसे देश से बाहर उखाड़ फेके.....
आतंकवाद का सिर्फ एक ही हल ....
हिन्दुराष्ट्र
हिन्दुराष्ट्र 
हिन्दुराष्ट्र
जय श्री राम ....
‪bloggerpct‬
Posted by prakash chand thapliyal

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